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00:00शुक्रिया में
00:30आप चुपकर क्यों बैठे हैं जाए जाकर बगावत कीजिए
00:55अस्मा
01:05सूरज
01:05मुझे बहुत डर लग रहा है सूरज
01:09उमानगरी का महल दिन बाद दिन खराब होते जा रहा है
01:12मैंने कल जब बार भाईजान और उनके दोस्तों को बात करते हुए सुना था
01:18उनकी बातों से तो लग रहा था
01:20कि वो लोग कोई बहुत बड़ी गड़बड करने वाले हैं भाईजान
01:23उन्होंने मेरे घर से भार निकलने पे भी पाबंदी लगा दिए
01:26पाबंदी लगा दिए? वो ऐसे कैसे कर सकता है?
01:30बड़े भाई है ना?
01:32अरे तो अमनी से कहो उसे समझाए?
01:34सुरज एक मुसल्मान खानान में औरतों को मर्दों के खिलाफ बोले के आजादी नहीं होती
01:39वो तो अल्ला का शुकर है
01:42मेरे अब्बू बहुत नेक दिल इंसान है
01:44लेकिन भाईजान
01:45वो मुझे तुमारे साथ नहीं देख सकते
01:48और मैं तुमारे बिना नहीं जी सकती
01:50तुम मुझे अभी अपने साथ अपने घर ले चलो
01:54नहीं आस्मा ऐसे नहीं
01:58मैं तुम्हें पूरे समाज के सामने
02:01अपनी दुलन मना कर अपने घर ले जाऊंगा
02:04सुरज मुझे तुम पर पूरा भरोसा है
02:06लेकिन अपने नसीब पर नहीं
02:08ये हालाद और समाज के ठेकेदार
02:11हमें ऐसा करने की इजाज़त नहीं देंगे
02:14इसलिए सूरज मैं आज अभी से खुदा को हाजिर और नाजिर मान कर
02:18तुम्हें अपना शोहर कबूल करती हूँ
02:21आसमाम
02:23जब तुम इत लड़की होकर इतनी हमत कर सकती हो तो
02:29मैं अभी अपने इश्वर को साक्षी मान कर
02:32तुम्हें अपनी ध्यर्म पत्नी सुकार करता हूँ
02:36सूरज तुम्हारे साथ ये खुबसूरत पल बिताने के बाद तो अब मुझे मरने का भी गम नहीं होगा
02:55आसमा अभी तो हमारी नई जिन्दगी शुरूई है मरने की बाद क्यों कर दियो
02:59ऐसा नहीं हो सकता कि तुम मुझे अभी अपने घर ले चलो
03:05क्यों नहीं हो सकता लेकिन मा कहेंगी कि बहु के सौगत की तैयारी भी नहीं करने दी तुने
03:12और पhrिर तुम्हारी अम्मी के भी तुक्ष अर्मान होंगे
03:15आसमा ता फिर के बचले ठोड़ी भाज ज़ोड़िए भाज़ान जाने दीजे
03:27झाल
03:28झाल
03:38जुदा चे वासते रुट रुक जाई अबलोग
03:40तूरच
03:44तूरच
03:45तूरच
03:50तूरच
03:57कि वाला टॉर थड़ गाल झाल टु झाल एफ लूमाने में मेडांने होगा ए ने एका हैंप जहिंएी vender två d आ queर क kisses your
03:59कि जहिंए ।ॉर नुड़िछ खड़् तեռी हैं एकक क्वा स Verma, क्वारी है
04:00अचो न राच महते है खाच्ण तरुग्सद्दि लीए को राच्प थाराओ, र century च को ऴॉई
04:22जो जो किम नो पजो ही झौडिया, चौरओ, बाच म है।
04:28चौर के िर होती है
04:30इज़त रास्त नहीं आएगा तुझे चलो आस्मा तुम्हे छूने की हिमबद भी नहीं करेगा अभी चलो
04:41आस्मा आस्मा का है मी जबार पता है आपको लेकिन आप मुझे ने बताएंगे मिन आपको कात उसे रोकी मुझे भी मत रोकेगा जबार ये तो जन्नत है यहाँ तो हर तरफ हमन और चेन है बहुत खूब बेतर लेकिन हमें जानकारी मिली थी के कुछ लोग यहाँ पर माहौल �
05:11कोई अफवा पहलाती होगी उमा नगरी की आवाम तो बड़ी अमन पसंद है यहाँ तो हिंदू और मुसल्मान के बीच बड़ा भाईचारा है माशाल्ला ये भाईचारा और अमन चेन आपके होते विए बने रहना चाहिए मौली साथ
05:28पूरे चमू कश्मीर में हिंदुस्तानी फोच हमारी बगावत को कुछलने की कोशिश कर रही है
05:40लेकिन हम इस बगावत को रुकने नहीं देंगे
05:44हम उमा नगरी के मुसल्मान आज ऐसी तारीखी बगावत करेंगे
05:50कि इस चमू कश्मीर की तारीख में इस बगावत के लिए हमारा नाम सबसे पहले सुनेरे अलफाज में लिखा जाएगा
06:00नारा ये तक्विल
06:01हंदू बिरादिरान इस जरूरी ऐलान पर गोर फर्माए
06:06हमें अपने कश्मीर को हिंदूस्तान से अलग एक आज़ाद मुल्क बनाना है
06:11लहाजा उमा नगरी के तमाम हिंदूों को मेरा ये फर्मान है
06:18कि अगर वो इस चमू कश्मीर में रहना चाते है
06:22तो जल्दस जल्द वो अपना मजभ छोड़कर मजभे इसलाम में दाखिल हो जाए
06:27और जो हिंदू मर्ग इसलाम नहीं अपना सकते
06:30वो अपनी बीडियों और पेतियों को हमारे लिए छोड़कर उमानगरी से चले जाए
06:37ये मेरा मश्वरा नहीं
06:40मेरा हुकुम है
06:43इनके इतनी हिम्मत हम हिंदूओं को धमकार है ये
06:47हिम्मत तो होगी न पाकिस्तान का हाथ जो है इनके सर पे और घर में हत्यार
06:52इसलिए मैं आप लोगों से कह रहा था कि अपनी सुरक्षा के लिए अपने घरों में हत्यार रख लेते
06:57लेकिन आप लोगों ने मेरी एक बात नहीं मानी
06:59जम्मू कश्मीर इनके बाप का है
07:00बच्चे एलान सुनकर घबरा रहे होंगे
07:02हाँ, इस वक्त तो हम सभी को अपने अपने घर चले जाना चाहिए
07:05बाबुजी, मुझे बहुत डर लग रहा है
07:08चलिए घर चलिए ना बाबुजी
07:09दिनराज जी, ख़ल दो
07:12चलिए बाबुजी
07:14अगर उन्हें रोका ना गया
07:34तो वो पूरे उमानगरी को तबाह कर देंगे
07:37बेटा पूरा उमानगरी नहीं बल्कि
07:40पूरी खाटी
07:43या अल्लाँ
07:44इन लोगों ने इस फसाद को जिहाद का नाम देकर
07:49सीधे साधे मुसलमानों को उपर गलाया है
07:53चारों तरफ नफरत और देशत फेला दी गई है
07:57अब होगा कतल आम
08:01अब कटेंगे सर
08:04आग लगेगी काटी में
08:08चलेगी आमारी काटी
08:12हम अपने मकसद में कमयाब हो जाएंगे
08:14जिस तरह से मौलवी साब काम कर रहे हैं
08:17हमें तो लगता है कि हिंदुस्तान की तबाही तय है
08:20बस आज की रात जीले का फिर चैन से
08:24आप देखिएगा
08:28कल सुबह का सूरज वो आग उगलेगा
08:31खुदा कसम
08:34हिंदुओं की कई नसले उसकी आज में सूस करेंगी
08:38हमने उन्हें भर पूरा स्ला और पैसा दे दिया है
08:41कश्मीर की आजादी के लिए कल ना तो अपनी जान देने से पीछे हटेंगे
08:46ना ही किसी जान लेने से