Category
📚
LearningTranscript
00:00करण के सामने क्रिश्ण खड़े हैं करण कोई मूर्ख नहीं है पर वही गल्ती कर गए क्या बाई दोस्त के लिए क्रिश्ण को भी छोड़ दूँगा वो गल्ती आप भी रोज करते हो की नहीं और दोस्त है आपके भी दुशासन टाइप ही की नहीं है वही लेकिन अब दोस्
00:30ने दिया जाता काम चल रहा है पूरी महाभारत में जितने हैं हैं तो सब भोशियार समझदार पर सबने प्राथमिक्ता किसको दी है अपने नैतिक आग्रहों को जब कृष्ण सामने हो अर्जुन बनो कर्ण नहीं कर्ण का क्या हुआ था कुछ नहीं पड़े हुए