• 2 months ago
जीवन मे हम शांती पाने के लिए भागादोड़ी करते है | अशांत और शांत ऐसे चक्र चलता ही रहता है |
Transcript
00:00इतना ही सिखने की ज़रूरत के दूसरे को सुख पहुचाओगे तो सुख मिलेगा।
00:15शांती के लिए सब भाग रहे हैं इदर. असांत होते वेए शांत को प्राप्ट कर रहे हैं और जब शांत हो जाते हैं तो फिर असांत वापस वो साइकल सुख हो जाता हैं.
00:30प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, प्राप्ट कर रहे हैं, �
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02:00दुख देने से दुख आएंगे, दुख नहीं दोगे तो दुख नहीं आएंगे, सुख देगो तो सुख आएंगे, ये रस्ता है।