• 3 months ago
Welcome to Dubtastic Zone on Dailymotion!

We're excited to bring you the latest episode of the popular Korean drama "Moonshine", fully dubbed in Hindi/Urdu for your viewing pleasure.
Dive into a world of intrigue, romance, and suspense, where historical drama meets unexpected twists. Follow the journey of love, rebellion,
and determination set in the Joseon era, where alcohol is banned, and the stakes are high!

If you love Korean dramas but prefer to enjoy them in Hindi or Urdu, this series is perfect for you! Make sure to catch every episode as the
story of "Moonshine" unfolds with captivating characters, stunning cinematography, and unforgettable moments.

What to Expect:
- Engaging Storyline: Follow the struggles of characters defying the law during the alcohol prohibition period in Korea.
- Top-notch Dubbing: Enjoy the seamless dubbing in Hindi/Urdu that enhances your viewing experience while maintaining the authenticity of
the original.
- Heartfelt Moments: Witness love stories, friendships, and betrayals that will keep you on the edge of your seat.

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Transcript
00:00:00प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्
00:00:30पुर्स्तुतुत्र प्रस्तुतुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुतिवानात्मा चुपा
00:00:35एखिट�ियल में अपने हिराजाति?
00:00:53द्वाल्त कदिल् preto be Stachel
00:00:56जब एखिट जीना को types our्ी suspicious
00:00:59मुझे बचालीजिये
00:01:03मुझे बचालीजिये साइबा
00:01:26और आगे और आगे
00:01:28और और गरीबी
00:01:30आये आये
00:01:33अपना हाथ दीजे
00:01:50खीचो मुझे
00:01:51अब छोड़ना नहीं
00:01:52थामे रहना
00:01:55कसके
00:01:56खीचो मुझे
00:01:58छोड़ना नहीं
00:01:59छोड़ना नहीं
00:02:27छोड़ना मात
00:02:28छोड़ना मात
00:02:44नहीं
00:02:57नहीं
00:03:09गैंग साहीबा
00:03:11सियो
00:03:26ये देखो
00:03:57हाँ
00:04:11ये खून
00:04:13वो कहा गया
00:04:27अब हम सब मरेंगे
00:04:30वो मार देगा हमें
00:04:57अस्तेम कर्ट भ्रना
00:05:04अखिर क्या हो गया था मुझे
00:05:08मैं शायद पक्का पागल हो गया था
00:05:10मैं
00:05:11मैं ये
00:05:12ये तुमने
00:05:14अकिर तुमने ये क्या करदिय आ
00:05:16बताओ तुम यहां कीसलिए आए
00:05:18क्या कहा
00:05:20हमेशा मेरा भीचा क्यूँ करते हो
00:05:21तुम्हारा पीछा? मैं कोई तुम्हारा पीछा नहीं कर रहा था
00:05:27रुक जाओ
00:05:45मुझे तो लगा कि तुम मेरे पचडो में नहीं पढ़ना चाहते
00:05:47तुम नहीं चाहते दे ना कि मैं तुम्हें अपनी जिंदगी में घसीट हूँ
00:05:50अब शान्त क्यों खड़े हो जारा मुझ खोल के बताओगे
00:05:54बिगाड रहा हूं मैं?
00:05:55मेरा पीछा क्यों करते हो अगर तुम नहीं होते ना तो मैंने अपना करजा चुका दिया होता
00:06:00तुम्हें पता है मेरे पास तो पैसे भी आ गए थे
00:06:03तुम हो जिसने कानुन तोड़कर शराब बनाई है
00:06:05अब हम सब पक्षा मरने वाले है
00:06:07वो शायद मर गया होगा वैसे भी वो जाधा दिर जिनदा नहीं रहने वाला था
00:06:11हमने उसे खिला तो दिया था ना है ना सियो
00:06:16खिलाया था? क्या खिलाया था तुमने उसे?
00:06:20मौत का फरिश्टा
00:06:23मौत का फरी याने की
00:06:28जहर? अरे तुमने उसे जहर खिला दिया क्या?
00:06:32हाँ तो और क्या करते हम वरना वो हमें चान से मार देता
00:06:37मैंने नहीं डाला
00:06:40क्या?
00:06:42मैंने उसे जहर नहीं खिलाया समझ गई तुम?
00:06:50मैंने नहीं दाला
00:06:55सियो!
00:06:58हाँ शुक्र है
00:06:59याने शायद अभी भी तुम में थोड़ी सी इंसानियत लगता है बची हुई है
00:07:06शुक्र है? शुक्र मिराने जैसा क्या है?
00:07:10संग्मोग जानता है की हम कहा रहते है
00:07:19वाध क्या आए बेहना हम रात को इस सराय में क्यूं आए है?
00:07:24वो दिवारे घिरने से हो गई थी पिछले साल की बारिश की एक हस से दिवारे कमजौर हो गगई
00:07:29कमजौर हो गगी... कराहता है...
00:07:32पिछले कमरे में इसने द़ेखा था है ना
00:07:37क्या? देखा?
00:07:39पिछले कमरे में इसने देखा था, है ना?
00:07:46क्या? देखा?
00:07:48तुमने कहा था कि उन दीवारों में दीमक लग गई है?
00:07:51दीमक लगी हुई है आपकी दीवार में.
00:07:58दीवारे बाहर से भले ही ठीक दिखे, पर वो अंदर से एकदम खोकली हो गई है सच में, है ना?
00:08:06हाँ, हाँ, हाँ.
00:08:07सोचो बारिश और दीमक से दीवार खोकली हो जाए तो क्या होगा?
00:08:12बोलू ना.
00:08:14वो तूट जाएगी.
00:08:15वो तूट जाएगी, चकना चूर हो जाएगी.
00:08:25नाम सहाँ.
00:08:36सही है, आपकी नजर बहुत तेज है, मुझे गर्व है.
00:08:44नहीं, नहीं, नहीं, मुझे थोड़ा रह्म कीजिये.
00:08:50मैं सब जानती हूँ.
00:08:53मेरे पाप ने भी मुझे बेचा था, और तुम ने पाला.
00:08:58मुझे नाचना सिखाया.
00:08:59और ये सब मैं तुम्हारी खातिर कर रही हूँ.
00:09:04दर्वाजा खोलो.
00:09:06तुम्हें लगता है तुम ऐसे चैन से जी पाऊगी.
00:09:09दर्वाजा खोलो.
00:09:17ओन्सम दिदी.
00:09:22ओन्सम दिदी.
00:09:25चलिये मेरे साथ जल्दी.
00:09:30ये तो संग मोग है.
00:09:34मैं साधागर सिम को बुलाती हूँ.
00:09:36नहीं.
00:09:39अब बहुत देर हो चुकी है.
00:09:42हमें तमाशा नहीं करना.
00:09:59पर वो बहुत गई है.
00:10:21तुम बहर क्यों आई?
00:10:25हवा की आवास सुनकर.
00:10:29तुम्हारा ये तीर कमान तेज़ हवा में काम नहीं करेगा।
00:10:33एक काबिल तीरनदाज हवा का भाव समझता है।
00:10:45मुझे तेज़ हवाई पसंद नहीं है।
00:10:48वो कई बुरी यादे याद लाती है।
00:10:53बखेडो में पढ़ने की तुम्हारी हरकते देखकर,
00:10:55मुझे यकीन है तुमने कई बुरी यादे बनाई है।
00:11:01जिस दिन पिताजी गुज़र गए थे, उस दिन तेज़ हवा चल रही थी।
00:11:05उस दिन तेज़ हवा चल रही थी।
00:11:23पिताजी... पिताजी... पिताजी...
00:11:35उस तुफानी हवा के बाद लगातार मेरी जिन्दगी में तुफान आते गए।
00:11:53तुम्हें अंदर जाकर सो जाना चाहिए।
00:11:56अगर गे सेंगमोग जिन्दा भी होगा तो, आज रात वो कुछ करने की प्रशाद नहीं होगा।
00:12:02ये बताओ, तुमने मुझे गिरफ़तार क्यों नहीं किया।
00:12:07मैं शराप का ठेला चलाती थी, बुत जैंटी के दिन भी मैंने शराप बेची।
00:12:10मैं शराप का ठेला चलाती थी, बुत जैनती के दिन भी मैंने शराप बेची, मैंने गे संगमों को कैद किया, तुमें तो सब कुछ पता है, फिर भी तुमने मुझे गिरवतार नहीं किया।
00:12:20तो तुमने ये मामला दरज क्यों नहीं किया? कहीं तुम उस लड़की के लिए जजबाती तो नहीं हो गए?
00:12:50ऐसी कोई बात नहीं है। कैसी कोई बात नहीं है? वो ऐसा है कि किसी को पता चला कि तुम शराप बेचती हो तो मैं जानत से बिल्कुल नहीं बचपाऊंगा क्योंकि मैं तुम्हारे हाँपर रहता था, मैंने अपना मुझ इसलिए बंद करके रखा था कि मेरी इजद और न
00:13:21एक बात कहूँ, अगर मुझे कुछ भी हो जाना, मैं तुम्हारा नाम कभी नहीं बताऊंगी, मेरा मतलब है, मैं कहूँगी तुम्हें कुछ नहीं पता, तुम सब यहाँ रह रहे थे, मैं सब अपने सरपे ले लूगी, कसम से.
00:13:33मुझे बाते छिपाना बिल्कुल पसंद नहीं है, जो भी कसुर्वार है, मैं साफ साफ बता दूँगा, और मुझे पता है, इस मामले में कसुर्वार एक और आदमी भी है.
00:14:03आज से मुझे युवराज के शिक्षक के लिए नियूख्त किया गया है, मेरा नाम नामयंग है.
00:14:13युवराज जी, अपना सर जुखा कर इन्हें दो बर प्रणाम कीजिये.
00:14:19सर जुखा हूँ, इसके आगे.
00:14:23युवराज जी, अपने गुरु को आदर दीजिये.
00:14:29पहले तुमने इस देश के युवराज का अपमान किया, और अब शिक्षक बनना चाते हो.
00:14:35अपनी खैर चाते हो तो अपने घर चले जाओ, युवराज जी.
00:14:39इससे पहले कि मैं आपकी पढ़ाई शुरू करूँ, मुझे आपसे अकेले में बात करनी है.
00:14:44अपने सेवकों को यहाँ से जाने के लिए कहिए.
00:14:46मैंने तुम्हें जाने को कहा है.
00:14:48मुझे जरूरी बात करनी है.
00:14:53अपना मुझ बंद रखो, अब एक और शब्द जुबान से निकला, तो तुम्हारी जुबान काट लूँगा.
00:15:00युवराज जी.
00:15:01बाकी सेवकों को भी जाने के लिए कहिए.
00:15:15सोच क्या रहे हो? उठा उसे.
00:15:19अपनी जुबान चलाने का बहुत शौक है ना तुम्हें?
00:15:23पहले उस तलवार से मेरी पोशाक को छूकर दिखाओ.
00:15:26तलवार एक खतरनाक अतियार है, इसलिए मैंने सीखा.
00:15:28तुम्हें मेरी ताकत का अन्दाजा नहीं है?
00:15:31अपनी ताकत की बढ़ाई करने के बजाए मुझे से बात करिये.
00:15:39बोला था ना जुबान काट लूगा. उठा उसे.
00:15:45तुमने कहा पोशाक चूकर दिखाओ?
00:15:49पहले मुझे हरा कर दिखाओ. उसके बाद शायद मैं तुम्हें मेरे उस्ताद बनने का अफसर दूँ.
00:16:20चलो फिर से उठाओ.
00:16:39लगता है गुरु बनने से पहले ही गुजर जाएगा.
00:16:50चलो बताओ. और क्या आता है तुम्हें?
00:16:54विवराज जी, मुझे हार मानना नहीं आता. बिरकुल भी नहीं आता. क्या आप समझे?
00:17:09एलडोंग, उस्ताद को बाहर छोड़ा आओ. आगे की पढ़ाई की तुम्हें नहीं है.
00:17:14त्यारो, त्यारो अभी.
00:17:21अरे यार, ये बहुत धीट है. इस बार ऐसा सबक सिखाँगा कि दुबारा खड़ा नहीं हो पाएगा.
00:17:30तुम्हारी पोशाक मैने छू ली.
00:17:38अरे आगे, खड़ा या इस बार खड़ा नहीं आएगा.
00:17:46तुम्हारी पोशाक मैंने खुड़ा आएगा.
00:17:51तुम्हारी पोशाक मैंने चुली
00:18:13कुछ दिखा क्या?
00:18:14नही तोड़ा और उपर
00:18:16कुछ नहीं दिख रहा?
00:18:22लगता है वो अब मुडने ही वाली है
00:18:26महाराणी, मुझसे होर साहना ही जाएगा
00:18:28नही नही नही बस
00:18:30थोड़ी देर और
00:18:31महाराणी
00:18:36महाराणी
00:18:38वो इस तरफ मुढ रही है
00:18:51प्लीजागा
00:19:13मैं पीले फूल लाया हूं
00:19:15इन्हे कमर के पास रखने से
00:19:17आपको जरूर बेटा पैदा होगा
00:19:19इन्हे आप गमले में रखना
00:19:21पर घर में हो तब अपनी
00:19:23कमर के पास रखना
00:19:25दादा जी, आप कब से
00:19:27इन सब चीज़ों में विश्वास करने लगे हैं
00:19:29सो दिन बाद बच्चे का लिंक तैय होगा
00:19:31उसके बाद कुछ नहीं हो सकता
00:19:33तो तब तक मैं जैसा कहूँ
00:19:35आप वैसा कीजिए
00:19:37आपको अवश्य लाब होगा
00:19:41अगर इस तरह से फूल कमर पर
00:19:43बानने से लड़का ही पैदा होता तो
00:19:47आज राज घराने में
00:19:49मेरी जगा कोई राजकुमार होता
00:19:51जो भी हो
00:19:55आपके गर्व से राजकुमार ही पैदा होना चाहिए
00:20:05मैं अपने पूरी कोशिश करूँगे
00:20:07दादा जी
00:20:09महराणी का तेज इतना जादा था
00:20:13कि मैं बच्चे की उर्जा महसूस नहीं कर पाई
00:20:15उनमें सेनापती सा तेज है
00:20:17अगर वो पुरुष पैदा हुई होती
00:20:19तो एक बड़े राष्टर का निर्मान करती
00:20:21सेनापती
00:20:23मैं चानती थी
00:20:25वो मुझसे 20 साल चोटी है
00:20:27फिर भी मैं उसका सामना करने से डरती थी
00:20:29इसका मतलब
00:20:31तुम ये पता नहीं कर पाई
00:20:33वो लड़का है ये लड़की
00:20:35इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
00:20:37कि उसे लड़का पैदा होगा या लड़की
00:20:39आप बचके रहना
00:20:41आप उसका मुकाबला कभी नहीं कर पाएंगी महरानी
00:21:09गुरेमो
00:21:17वो क्या बोले
00:21:19उसे आथे किसी नहीं देखा
00:21:21उन्होंने कहा नहीं देखा
00:21:25तुम्हें यकीन है
00:21:27कि हन्यांग में ऐसा कोई नौजवान नहीं है
00:21:29यहां ऐसा कोई नौजवान नहीं
00:21:31जो अब तक कुमारा हो
00:21:35मतलब
00:21:37वो लड़का शादि शुदा है
00:21:39हो सकता है वो हन्यांग में ना रहता हो
00:21:41हन्यांग से बहार ढूनने के लिए मुझे
00:21:43और ज़्यादा पैसे चाहिए होंगे
00:21:51क्या यह तुम्हारे लिए काफी होगी
00:21:53यह दामोक का गेयुंग गंगसंचित्र
00:21:55यह तो बहुत कीमती है
00:22:07चित्र कला है
00:22:09क्या कहे रहे है तुमने
00:22:11हमारे गुरी को नहीं देखा उन जसस देखने
00:22:13माला भी कोई नहीं देखा तुम्हे अच्छा
00:22:15शाहि गुरू कुल के विध्यंवान
00:22:17एक निवेदन करने निकलर है
00:22:19शाहि गुर्पुल के विच्वान
00:22:38आरे तुम
00:22:40हम उस दिन बाजार में मिले थे
00:22:44अभी मैं थोडी जल्दी में हों
00:22:45तो पड़ा कोई जल्दी में हूँ
00:22:47अच्छा उस दिन तुमने अपना नाम तक नहीं बताय था मुझे
00:22:50मेरा नाम जिन है
00:22:52काँकुल की रोसा यो
00:22:54अरे, एसी क्या बात है कि तुम हमेशा जल्दी में ही रहती हो
00:22:57उस दिन भी तुम जल्दी में ही थी
00:22:58नहीं थी
00:23:06क्या तुमने बुद्ध जैनती पर मुझे देखा था?
00:23:09तुम उस दिन एक नौ जवान के साथ थी
00:23:11क्या वो तुमारा प्रेमी है?
00:23:16अच्छी तरह से सुन लो
00:23:18तुम उस दिन के बारे में कभी किसी को एक शब्द भी नहीं कहोगी
00:23:21वरना मैं तुमारे बारे में सब कुछ बताओंगी
00:23:25अगर लोगों को पता चला कि शरीफ घर की लड़की बाजार में चोरी करती है
00:23:29तो शर्म आईगी न?
00:23:31मगर तुमारे पास भी तो कोई गडबर चीज थी न?
00:23:34जो भी हो
00:23:37बात बाहर आने से हमें कोई फाइदा नहीं होने वाला
00:23:40थोड़ा समझल कर रहो
00:23:43समझ गई?
00:23:53क्या उन्हें साथ नहीं होना चाहिए था?
00:23:58अवयज समबंद?
00:23:59शराब बंदी विभाग बंद करो महाराज
00:24:02शराब बंदी कानून के तहच शराब बंदी विभाग के गुण्डे घरीब जंता का बुरी तर शोषन कर रहे हैं और उन्हें भयानक जुल्म ढा रहे हैं
00:24:10शराब बंदी विभाग को बंद कीजिये
00:24:12शराब बंदी विभाग बंद करो महाराज
00:24:14कृपा करके उस धूर्त लीशी हुम को बरखास कर दीजे महाराज आपकी प्रजाप तरस्थ हो चुकी है
00:24:20आपसे निवेधन है उसे बरखास कर दीजे महाराज
00:24:24कहते हैं आस्मान अपनी इच्छा लोगों के मन के जरिये बताता है
00:24:30जनता की अरजी मुझे नहीं लगता कि महाराज अन्देखा कर देंगे
00:24:43इस तरह तो बात बिगढ रही है
00:24:47ऐसे में मुझे चैन कैसे मिल सकता है
00:24:50तुम्ही बरखास्त कराने के बाद जाहिर है वो युवराज के पीछे पड़ जाएंगे
00:25:01आप चिन्ता मत करें महाराज जब तक मेरे जिसम में जान है कोई भी युवराज को कुछ भी नहीं कर पाएगा
00:25:10मैं आपसे ये वादा करता हूँ
00:25:20सब पीछे अटो पीछे चलो
00:25:29अपने जोड़ो.
00:25:31पीचे ! चलो !
00:25:41उम्माँ !
00:25:45उम्माँ !
00:25:47परणाम समया गेल हुआ ज़िनूर अंग्लोद का मानने आहोन हो रहे हैं
00:25:51ज़िनुगा, जगह इसे अच्छार तान बंचा दिया था
00:25:53वह सबस्ताना अच्छान परसाट पर तहिले हैं
00:25:55प्रणाम सेनापति
00:25:57ये न्याय विभाग वाले यहां कैसे आ गये आज
00:25:59हमने कुछ लोगों को पकड़ा है
00:26:01जो बाजार में अवयद रूप से शराप बेच रहे थे
00:26:03महराज ने न्याय विभाग को आधेश दिया है
00:26:05कि वो इस मामले की जाच करे
00:26:07अरे क्या
00:26:09ले चलो ने
00:26:11ये क्या कर रहे हो
00:26:23तुम सब बाहर जाओ
00:26:25तुम सब बाहर जाओ
00:26:37ये तुम क्या कर रहे हो
00:26:45आप कहना क्या चाहते हैं मंतरी जी
00:26:47क्या आपको ये लगता है कि
00:26:49मैंने चाउनी के सिपाहियों को
00:26:51अवैज शराप बेचने के लिए कहा था
00:26:53ऐसा है तो आप सेना पती से पूछ सकते हैं
00:26:55सेना की चाउनी में 5000 सिपाहियों है
00:26:57उन सब पर हम अपनी नज़र नहीं
00:26:59वैसे 5000 सिपाहियों की संख्या बहुत जादा है
00:27:01जंग के समय जादा सिपाहि भर्ती कर लिये गय थे
00:27:03लिकिन उनको वेतन नहीं मिल पाया समय से
00:27:05मुझे लगता है इसी कारण से
00:27:07उन्होंने अपनी कमाई के लिए
00:27:09बाजार में अवैज शराप बेची है
00:27:11यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:27:13शराप बंदी का आखर लक्ष क्या है
00:27:15शराप बंदी महराज ने लगाई है
00:27:17यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:27:19यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:27:21यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:27:23यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
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00:27:59यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:01यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:03यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:05यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:07यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:09यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:11यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:41यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:43यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:45यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:47यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:49यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:28:51बत्तमीस
00:29:21यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:23यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:25यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:27यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:29यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:31नाम साहब जी आप ठीक हो न?
00:29:33हाँ हाँ ठीक हूँ
00:29:35यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:37यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:39यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:41यूराज महल के बाहर शराप के मजे ले रहा है
00:29:43अपनी जान जोखे में डाल कर क्या बोलना था तुम्हे?
00:30:13पहले वंगली दक्षाइ जोखेय तुम्हे देवू नवेथ ततल में टरतल है
00:30:29यूराज महल के बावर शराप के मजे लेर ढिग्ए अपनी जट जोखे था
00:30:33अरे उन्सिम देवी आयी है आउशोदी शाला में
00:30:36मैंने सुना है आप टूटी हड्डी और मास पेशो का इलाज करने में माहिर हैं
00:30:40आप मेरे साथ चलेंगे एक मरीज को देखना है
00:30:43मरीज कहा है?
00:30:45वो इस हालत में नहीं है कि यहां आ सके
00:30:48आपको हमारे साथ चलना होगा
00:30:50ठीक है मैं अभी आता हूँ
00:30:52वो महिला चिकितसक भी साथ रहेंगी तो अच्छा होगा
00:31:02जी मैं?
00:31:18जी मैं?
00:31:42क्या हुआ?
00:31:44सियो मुसीबत हो गई
00:31:46मुसीबत?
00:31:47वैध्या जी ने बताया कि अब वो खत्रे से बाहर है
00:31:51होश में आते ही वो हमें मारने आएगा
00:31:54हमें तुरंदी ये नामियंग को बताना होगा
00:32:00किसी को पता चला कि तुम चुपके से शराब बेचती हो तो
00:32:04मैं जान से नहीं बचपाता क्योंकि मैं तुम्हारे आए खिराइदार था
00:32:10ये हमारा मामला है उनका टांग अडाना ठीक नहीं होगा
00:32:13तो अब हम क्या करेंगे? कहीं दूर भाग जाए?
00:32:19सियो
00:32:20सियो
00:32:32सुनो अपने कपड़े उतारो
00:32:38अपने कपड़े उतारो
00:32:40वो मरीज के लिए कुछ आयर्वेदिक दवाईया मंगवाई गई थी
00:33:11तुम्ही नहीं पता क्या? नहीं
00:33:13अभी पता चल जाएगा
00:33:41तुमने बुद्ध जैनती के दिन वहाँ क्या देखा था?
00:33:44दरसल मैंने उस दिन गे संगमोक को देखा
00:33:48तुमने गे संगमोक को देखा है?
00:33:50हाँ, उसके संग एक लड़की भी थी
00:33:52उसका छेहरा मैंने नहीं देखा
00:33:54उसने टोपी पहनी थी, महिला चिकितसक वाली
00:33:58शिम साहब
00:34:03शिम साहब, वो गिरिंग आक में है
00:34:06संगमोक गिरिंग आक में है, गिरिंग आक में है वो
00:34:27प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत
00:34:29प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत
00:34:31प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत
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00:35:01प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत
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00:35:05प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत प्रस्तुत
00:35:07गिरिंगाख
00:35:09गिरिंगाक, संग्मोग गिरिंगाक में है, उसके बाद भी वो महाँ चली गई.
00:35:40मगर आप दोनों साथ में कैसे?
00:35:47कैंक्सियो कहाँ पर है? तुमने कैंक्सियो के कपड़े पहने है?
00:35:51उसने कहा हम कपड़े अदल बदल कर ले, फिर उसने कुछ दवाईया लिया और गिरिंगाकी तरफ चली गई.
00:35:56दवाईया? वो दवाई लेकर उसकी जान बचाने गई है?
00:36:00वो उसकी जान लेने वहाँ गई है.
00:36:03क्या कहा?
00:36:05या फिर ये कहना बिल्कुल सही होगा कि वो अपनी जान कवाने गई है.
00:36:25मुझे माफ करना पर और कोई रास्ता नहीं बचा, अगर तुम्हें जीने दिया तो तुम अपनी दोस्त, अपनी भाई, और नाम साब को जीने नहीं दोगे.
00:36:47अगर तुम्हें जीने दिया, तो तुम मेरी दोस्त, मेरे भाई और नामसाब को जीने नहीं दोगे.
00:37:03मैं अपने इस पाप की सजा अगली जिन्दगी में सहलूँगी.
00:37:17आगे बढ़ो.
00:37:26वो उसे मारने के बाद वहाँ से, वहाँ से जिन्दा बिल्कुल भी नहीं लोड़ पाएगी.
00:37:37उसके शरीर में जो नशीली दवाय है, उसके वज़े से वो बेहोष है.
00:37:48मतलब वो अपना बचाओ नहीं कर सकता. अब उसे मार तो या मर जाओ.
00:37:58फैसला अब तुम्हारे हातों में हैं समझ गई.
00:38:03नहीं, कभी नहीं. ऐसा करना बिल्कुल ठीक नहीं होगा. इस तरह किसी पर भी हमला करना ठीक नहीं.
00:38:09क्या तुम वहाँ पर तलवार दिखाते होई उन पर तूट पड़ोगे?
00:38:12हाँ तो क्या करें? उसे वहाँ इतनी दूर मरने के लिए छोड़ दे?
00:38:14सुन्जू ने कहा है, युद की असली चाल धोके में है. दुशमन सोचे या तैयारी करें. उससे पहले उसपर हमला कर दो यहां तक कि उसे धोके की परचाई का एसास कभी ना हो.
00:38:29सुन्जू ने कहा है, युद की असली चाल धोके में है. दुशमन सोचे या तैयारी करें. उससे पहले उसपर हमला कर दो यहां तक कि उसे धोके की परचाई का एसास कभी ना हो.
00:38:44संग्मो के यहां आए है, यह खबर पक्की है ना?
00:38:46जी साहब, वो इस कमरे में है शिम साहब.
00:39:02बस थोड़ी दिर पहले ही उसे दवाई दी है.
00:39:16यह संग्मो क, तुम जाग रहे हैं क्या संग्मो क?
00:39:26बहुत बाहदुर हो तुम जो यहां अकेली चली आयी.
00:39:31क्या संग्मो क, आपके कहने पर मेरा कतल करने आया था?
00:39:36तुमारा कतल मैं करवाऊंगी?
00:39:38जैसे तुमारा कतल करवाके मुझे कोई बड़ा फायदा हो जाता.
00:39:54तुम पर इतना करसा है.
00:39:57तुम्हारे पास कहाँ से आया?
00:39:59इस महिने के किष्टना देने के वज़े से करसा और बढ़ गया है.
00:40:02काबिल से काबिल इनसान इतना पैसा एक महिने में नहीं कमा सकता.
00:40:06और अगर ऐसा ही चलता रहा तो, तुम्हारे उपर करजा हमेशा दुगना होता रहेगा.
00:40:12करजा चुकाने के लिए तुम्हे कुछ और करना पड़ेगा.
00:40:15पर तुम तो वो मौका भी खो चुके हो.
00:40:17जल्द ही गे संग मौक को होश आ जाएगा.
00:40:21फिर या तो तुम्हे कोठे पर बेश दिया जाएगा,
00:40:25या किसी पैसे वाली की रखेल बना दिया जाएगा.
00:40:29कुछ भी तुम्हारी मरजी से नहीं होगा.
00:40:31तुम्हे सोचा है कभी तुम्हारे साथ एसा हुआ था,
00:40:33तुम्हे कैसा लगेगा?
00:40:37लेकिन..
00:40:41मैं तुम्हे देना चाहती हूँ,
00:40:44फुद को बचाने का एक आखरी मौका.
00:40:48फिर तुम अपनी किसमा खेल दिया जाएगा,
00:40:51तुम्हे पैसे वाली की रखेल बना दिया जाएगा.
00:40:54पर तुम्हे पर लगेन जाएगा,
00:40:55मैं तुम्हे देना चाहती हूँ,
00:40:58फुद को बचाने का एक आखरी मौका.
00:41:02फिर तुम अपनी किसमत की बाजी को पलट सकती हो,
00:41:06सिर्फ एक आखरी मौका दूँगी.
00:41:09अखिर तुम कहना क्या चाहती हो?
00:41:10पहले तो मैं सोच रही थी कि तुम दोनों सरफिरे बदमाश हो,
00:41:14या तो सरकार के हाथों चड़ जाओगे,
00:41:16या फिर उससे भी बुरा कुछ होगा.
00:41:19लेकिन, तुम ने तो एक बड़ा दाओ खेल दिया.
00:41:25सुनो,
00:41:28जब आम आदमे को पैसी की जरृत होती है,
00:41:30तब या तो वो सब कुछ पेश देता है,
00:41:33या फिर चोरी करने का रास्ता चनता है.
00:41:36कुछ तो करना ही पड़ता है.
00:41:38लेकिन,
00:41:42तुम आम लोगों से अलग हो.
00:41:45तुम तो शराब का ठेका चलाने लगी थी और,
00:41:47यहाँ तक कि मुझे भी दन्दे की बात करने आ गई थी.
00:41:50और इतना ही नहीं,
00:41:52गे सैंग मौक का भी तुमने ये हाल कर दिया.
00:41:55तुम,
00:41:57सचमे एक कमाल की लड़की हो,
00:42:00और मुझे तुम पसंद आई.
00:42:02वो...
00:42:03सोचो,
00:42:05उन्होंने मुझे कितने में बेजा होगा,
00:42:07बहुत कम सिक्कों में,
00:42:09मेरे बाप की शराब के लिए.
00:42:12मगर आज के दिन तो देखो,
00:42:15मेरी कीमत उन सिक्कों से कई गुणा जादा है.
00:42:23तुम खुद को मुझे बेज सकती हो,
00:42:27क्या तुम नहीं जानना चाहोगी,
00:42:32कि तुम क्या-क्या हासिल कर सकती हो?
00:42:37तुम भागता है, तुम का सिर्कारी काम थो?
00:42:50हम सर्कारी काम से आया है, हमारा सईयोग करो.
00:43:07मैं उन्हें वहाँ पर उल्जाता हूँ, आप कैंग को डूनकर निकल जाओ यहाँ से, मैं केसेंग मौ को डूनता हूँ.
00:43:14हम सरकारी विभाग से आये हैं, इस जगा की अच्छे से कोने कोने में जान्ज करो.
00:43:22हम सरकारी विभाग से आये हैं, इस जगा की अच्छे से कोने कोने में जान्ज करो.
00:43:29जी
00:43:31जान्ज करो.
00:43:32जी.
00:43:38हाँ.
00:43:47तुम्हारा ये हाल किसने किया?
00:43:48उनका हुलिया कैसा था?
00:43:51ये अब क्या बात कर रहे हैं?
00:43:53होश में आओ और बता मुझे.
00:43:56बता मुझे वो लोग कौन थे?
00:43:58वो गई संगमोक?
00:44:01शीम साफ, छापा पड़ा है.
00:44:04छापा?
00:44:10अरे संगमोक.
00:44:13महरानी, छापा पड़ गया.
00:44:15छापा?
00:44:23उन्होंने पूरी राजधानी छान मारी पर उन्हें एक भी लाश नहीं मिली.
00:44:28तब ही मैं समझ गई थी कि तुम्हारे पिछे किसी का हाथ है.
00:44:31मगर किसी का हाथ है ये मुझे अब तक उम्मीद नहीं थी.
00:44:36मेरे पीछे?
00:44:37क्या मतलब है आपका?
00:44:41जूट बोलना हो तो अपने छेहरे के भाव को छुपा कर बोला करो.
00:44:50सरकारी अफसर और शराप तसकर हाथ में हाथ टाले.
00:44:54ऐसे काले धन्दे तो हमें कोठे पर देखने को भी नहीं मिलते.
00:45:19इस कम्रे में देखो.
00:45:23अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे के लिए अपने चेहरे
00:45:53गुरि जी
00:45:54अरे
00:46:02ये
00:46:03ये सब क्या चल रहा है और
00:46:05हमें कुछ नहीं पता साब
00:46:12कुछ नहीं पता साब
00:46:15मेरा
00:46:16मेरा हाथ
00:46:18इसके हाथ और प्यार की हड़ियां तूट गई है
00:46:20तुम ठीक तो हो न
00:46:22क्या
00:46:24मेरे हाथ पैर बिल्कुल ठीक है
00:46:27नहीं
00:46:33मुझे याद है मैं उस चौराय पर एक आख वाले और लोई के बक्तर वाले से मिला था
00:46:39मेरी हालत देखकर मुझे लगता है कि वो अब तक जरूर मर चुके होंगे
00:46:46सोगं का क्या हुआ
00:46:47हमने जीत लिया न
00:46:48बबुजी
00:46:49क्या हुआ
00:46:50उन्होंने चेन लिया
00:46:51नहीं वो
00:46:52वो तो बर्सों पहले की बात है
00:46:54अरे आप किसकी बात कर रहे हो
00:46:57अफसर
00:46:58सरकारी अफसर यहाँ पर
00:47:00क्या क्या कुछ गडबड हुई है
00:47:04नाम सहब
00:47:05हम लोगों के एक तैखाना मिला है
00:47:12अरे या कर रहे हो पागलो
00:47:19या
00:47:23तो क्या आप
00:47:23साने कम्रे देखेंगे
00:47:25हातों क्या नाम लेकर बुलाऊं उसे
00:47:29ये कोई मजाग की बात नहीं है
00:47:31गिरिंगाग पर छापा मारना
00:47:33वो भी अधिकारी को बिना बताए
00:47:35आपके उस
00:47:35दर्खास की वज़ासे
00:47:37जाच बिवाग पर मुझीवत आगई है
00:47:38आप तो
00:47:39हम सबके
00:47:40सर धर्श से अलग करवाकरी मानोगे
00:47:42सबके सर सलामत रहेंगे
00:47:55मैं आपसे वादा करता हूँ
00:47:56कौन?
00:47:58तुम तो वो बाजारू लफंगे हो न
00:48:02आप लफंगे भी
00:48:03इस तरह क्या वादे करने पर लग गए हैं?
00:48:05मेरे पिता कौन है ये जानकर
00:48:08मुझे यकीन है आप जौख जाएंगे
00:48:10क्या बक्वास है?
00:48:11मैंने सबी मंत्रों की बच्चे देखे
00:48:13और मैं सबी को पहचानता हूँ
00:48:14तो, मुझसे बक्वास मत करो
00:48:18वुहांग साहब
00:48:33यूवराज है
00:48:34ये कहीं का यूवराज हो
00:48:35पहले ये मुझे अपनी पहचान की चिपी दिखाए
00:48:39क्या?
00:48:41ये कौन है?
00:48:42यूवराज
00:48:43यूवराज?
00:48:45अच्छा?
00:48:47हाँ
00:48:50ये क्या?
00:48:51यूवराज?
00:48:53मैंने कहा था ना आप जौख जाएंगे
00:48:55जानना चाहते हैं?
00:48:55मेरे पिता कौन है?
00:48:57मैं मिर्तियों दन्ड के लायक हूँ यूवराज
00:49:03ये जैसा कहे वैसा करोगे तो
00:49:05यूवराज गुस्सा नहीं होने वाले
00:49:07और तुम्हारी सारी बत्तुमीजियों को
00:49:09अन्धेखा करके माफ कर देंगे
00:49:10तो बोलो मन्जूर हैं?
00:49:13क्या हुआ? मेरे पीछे आओ
00:49:15जी?
00:49:16हाँ यूवराज जी, चले
00:49:27यही वो जगह है
00:49:33इसकी चाबी मेरे पास है
00:49:41मैं यहाँ की देखपाल करती हूँ
00:49:44आपके लिए इसे खोल देती हूँ
00:50:11यहां सक्थ शराब बनदी है
00:50:13और हम कानून के खिलाफ नहीं जाते हैं
00:50:29और हाँ
00:50:31से कोट्क बात नहीं है
00:50:34यहां नहीं कानून के खिलाफ नहीं जाते है
00:50:36और हाँ, मैंने यहाँ एक औरच चीकित्सक को देखा था, बड़ी अजीब बात है न?
00:50:48तकलीफ के लिए माफ़ कीजियेगा.
00:51:00निकलो यहाँ से.
00:51:03उसकी डोपी से लगता है कि वो महीला चीकित्सक होगी.
00:51:06मुझे जड़े दो, मुझे जड़े दो.
00:51:36खेरो, अपनी पैचान बताओ.
00:51:50मैंने कुछ पूछा तुमसे, अपनी पैचान बताओ.
00:52:07मैं बहुत मामुली सौदागर हूँ, मुझे पे ध्यान दनी के जरूत नहीं है आपको.
00:52:11पश्यम दरिया में मेरे माल का जहास लगा है.
00:52:15सौदागर हो, तो फिर कोठे पर कैसे आना हुआ?
00:52:18मैं यहाँ सिर्फ कुछ दासियां लेने आया था, पर आज का दिन मेरे लिए कुछ खास नहीं है, किसी और दिन होगा.
00:52:28ठैरो, तुम्हारा नाम क्या है?
00:52:39मेरा नाम शिम्हियून है, आप जब चाहें हमारे जहास में आ सकते हैं, हमें सेवा का मौका दे.
00:52:48अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने
00:53:18ने माम सोगे गढ़ुखान इपन।
00:53:21सुमाने नाईदर जीना नेगे तागा वा जून घुदे।
00:53:29इमी अमने नाईदे हारुबा, उन्तोन नेगे रो मुल्दिरगा।
00:53:37जो ढूंढने आय थे वो तो मिल गया।
00:53:41अब चले यहाँ से।
00:53:43चलो।
00:53:44हाँ हाँ हाँ।
00:53:56आखिर तुमने यह क्या सोचकर किया हाँ?
00:53:59मुसीबत में पढ़ने की आदक पढ़ गी है क्या तुम्हें?
00:54:01अगर किसी ने तुम्हें वहाँ पर पैचान लिया तो तुम क्या करती?
00:54:10वो, वो सब छोड़ो तुम।
00:54:13तुम, तुम ठीक हो न?
00:54:15सरकारी अफसर और शराप दसकर हात में हाथ टाले।
00:54:18ऐसे काले धन्दे तो हमें कोठे पर देखने को भी नहीं मिलते।
00:54:23तुम यहाँ क्यों आये हो?
00:54:26मैं यहाँ पर क्यों आया?
00:54:28अच्छा तुम्हें क्या लगता है?
00:54:30तुम बेना कुछ सोचे समझे ऐसे?
00:54:33अखिर क्यों?
00:54:39ठीक है छोड़ो, अब बस करते हैं इसब।
00:54:42यह तमारे चहरे पर क्या हुआ?
00:54:47चोट कैसे लगी?
00:55:00सियो!
00:55:01तुम यहाँ?
00:55:02तुम ठीक तो हो न?
00:55:04तुम्हें चोड़ तो नहीं लगी?
00:55:08आप किसी शरीफ लड़की का हाथ ऐसे नहीं पकर सकते।
00:55:10अरे, तुमने भी तो पकड़ा हुआ था?
00:55:12वो तो मैंने मजबूरी में पकड़ा था।
00:55:14अरे, आप दोनों यह क्या कर रहे हो?
00:55:16तुम इसे गेसियांग से क्यों लाए हो?
00:55:18और यह क्या पहना है तुमने?
00:55:20और अब तुम सरकारी अफसर बनने का ढोंग कर रहे हो?
00:55:23इसने कहा मुझसे?
00:55:26तुम्हें सिपाई के कपड़े नहीं पहनने थे,
00:55:29तुम्हें सिपाई के कपड़े नहीं पहनने थे,
00:55:31इसलिए तुमने यह सब अपनी मरजी से पहनाया?
00:55:33तुम दोनों का दिमाग तो ठिकाने पर है ना,
00:55:36तुम मेंसे एक को दूसरे को रोकना चाहिये था,
00:55:39तुम दोनों को तो ज़रा भी फर्क नहीं पड़ता.
00:55:42शियो, कहा जा रही हो?
00:55:43अच्छा सुनो, तुमने जो बोला वो वापस लो अभी.
00:55:46रुको, हटो.
00:55:50यह बैद नहीं है, इसलिए तुमने यह सब अपनी मरजी से पहनाया?
00:55:53तुम दोनों का दिमाग तो ठिकाने पर है ना,
00:55:57तुमने इतना बुरा क्यों लग रहा है?
00:55:58अच्छा, तो क्या मुझे इसपर गर्व होके खुश होना चाहिए?
00:56:01मुझे भी कोई खुशी नहीं हो रही.
00:56:05शियो, कहा जा रही हो?
00:56:06अच्छा सुनो, तुमने जो बोला वो वापस लो अभी.
00:56:09रुको, हटो.
00:56:12मेरा मतलब, मैं शादी करवा देता हूँ रक्षा मंतरी जी.
00:56:16क्या? शादी कराओगे?
00:56:20जो परिवार के साथ मंगनी तोड़ चुकी है,
00:56:23तुम्हें अब दूसरा जमाई डूनना ही पड़ेगा.
00:56:27ओह, हाँ.
00:56:29मगर मेरी बेटी अब तक समझदार नहीं होई है.
00:56:34वो अब बाहरी दिखावे को ज्यादा मानती है, इसलिए.
00:56:40मेरी नजर में एक बहुती सही लड़का है उसके लिए.
00:56:43जी?
00:56:44दिखने में बहुत खुप्सूरत है,
00:56:46बहुत होनार और काबिल भी है,
00:56:48राज की परिक्षा भी पार कर ली है,
00:56:51सरकारी सेवा में है,
00:56:54महाराज भी बहुत खुष है उससे,
00:56:56राज के प्रती उसकी वफ़ादारी, तारीब की काबिल है,
00:57:00ऐसा लड़का आजकल मिलना बहुत ही मुश्किल है,
00:57:03जिसमें सारी काबियत हो.
00:57:05कौन है वो?
00:57:18हम लोग इतना महंगा मांस खाने जा रहे हैं,
00:57:22आज तो मज़ा आ गया,
00:57:25राज में ऐसे मांस खाने पर पाबंदी लगाई गई है,
00:57:27तुम्हें जो मन में आया, आखिर तुम वो करते क्यों हो?
00:57:32चुपचा भी हाँ बैट जाओ,
00:57:34खाते वक तुकने से,
00:57:36खाने वालों की भूक मर जाती है,
00:57:38चलो खाओ,
00:57:39चलो मुझ खोलो,
00:57:51सरकारी अफसर और शराप दसकर हात में हात डाले,
00:57:57ऐसे काले धन्दे तो हमें कोठे पर देखने को भी नहीं मिलते,
00:58:02वैसे नाम सहब,
00:58:04नाम सहब जिस दिवाल को आपने खोखली कहा,
00:58:06वो तो ठीक लगी,
00:58:08मुझे तो माफ करना,
00:58:12काफी गरम जा,
00:58:24तुम भी चक कर देखो,
00:58:28सियो,
00:58:30हाँ,
00:58:31खाना जल रहा है,
00:58:33हाँ,
00:58:35अरे बापरी,
00:58:36इतना महेंगा मास जल गया,
00:58:38ये देखो,
00:58:39तुम्हें क्या हुआ,
00:58:40तुम इतना क्या सोच रही हो,
00:58:42कुछ भी तो नहीं,
00:58:45आहा,
00:58:46अब ये खाके देखो,
00:58:48अरे आप मास के साथ कुछ कुर्मत तक खाके तो देखो,
00:58:52ये कहा मिला तुमको,
00:58:53सच बताओ तो इन्हें कच्चा खाना चाहिए,
00:58:58नहीं,
00:59:02सियो,
00:59:03तुमने इसे क्यों फेक दिया,
00:59:05हट नहीं,
00:59:06बुझे ये बिलकोल पसंद नहीं,
00:59:09है नहीं सियो ?
00:59:10मास के साथ खाने से,
00:59:12ये अफशूगन होता है,
00:59:13हाँ, हाँ सभी कहा,
00:59:14मुझे एक बदबाल है,
00:59:16उठानी से बदलो,
00:59:19है मिला कि नहीं,
00:59:20गर्णदर वो जाला है,
00:59:21बहुत वीडियो चेज़ाद बहुत परेमात बोले
00:59:23हट, नहीं मुझे ये भिलकोल पसंद नहीं
00:59:27है न सी ओ
00:59:28मास के साथ खाने से
00:59:30ये अफशोगुन होता है
00:59:32हा हा सही कहा
00:59:46अरे, अरे, अरे ये क्या
00:59:47आरे बारिश चलो
00:59:48अंदर चलो
00:59:49मेहा नहीं थी है
00:59:50अलिया नहीं थी इसको चलो चलो...
00:59:52सब समझले के हइ अनदर चलू...
00:59:54अजॉ..
00:59:56अजॉ सब समझले गे है posed divisions
00:59:57चल चलो....
00:59:58आजॉ चल..
01:00:02एकने सामार अलिया जुला sağमार ले..
01:00:03अजो जल्लि करो जल्ली करो
01:00:05हुआ चले यहादा रहा है
01:00:18आरे भापरे
01:00:19पूटरी!
01:00:49है ना उर्छा गए!
01:01:19एक मल शराब के 20 सिक्के दूँगी
01:01:22सिर्फ 10 मल के 200 कमा लोगी
01:01:25अगर 50 मल लाई तो 1000
01:01:28चाहे कोई सी भी शराब लाओ मुझे फर्क नहीं पड़ता
01:01:31वो बस बेहतरीन होनी चाहिए
01:01:39जिसे पैसो की इतनी समझ है
01:01:41वो कभी इतने भाव में नहीं खरीदेगी
01:01:43आखेर तुम इस सोड़े से क्या हसल करोगी
01:01:51वही जो तुम चाहती हो
01:01:55आजादी
01:01:59फिर चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े
01:02:13सोड़ा अच्छा है, मुझे मनजूर है
01:02:43वही जो तुम चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े
01:02:46सोड़ा अच्छा है, मुझे मनजूर है
01:02:48वही जो तुम चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े
01:03:13सोड़ा अच्छा है, मुझे मनजूर है
01:03:14वही जो तुम चाहे कोई भी कीमत चुकानी पड़े
01:03:16आजादी
01:03:23आपको बद्धाय हूँ मालिकिं
01:03:24रक्ष मंत्री के वहां से तुमारे लिए रिष्टा आया है
01:03:27शायद वो अकेले रहना चाहते है, चलो यहां से
01:03:29कि तुम बहुत होनार आदमी हो
01:03:31तुमने साजिष करने की हिम्मत कैसे किया
01:03:34तयारी करो
01:03:36हम कल सुबह निकलेंगे
01:03:38मैं एक मिसाल बना रहा हूँ
01:03:40हान्यांग से गल्डारी करने का यही अंजाम होता है
01:03:43सुनो जड़ा
01:03:44तुम अपना ख्याल रखना यही कहने आया था मैं
01:03:47मेरी जिंदिकी भी दक्खल देना बंद करो
01:03:49शराफ हसे बोरो यहाँ से चले जाओ
01:03:51जाओ पनी जिंदिकी जीओ
01:03:54अपना कभी ख्याल भी तो रख लिया करो

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