कोटा. इस साल बारिश जाने का नाम ही नहीं ले रही। पिछले सप्ताह मानसून विदा होने की अधिकृत घोषणा के बाद चार दिनों से हाड़ौती में बादल छाए हुए हैं। इस दौरान धूप नहीं निकली। बीच-बीच में बूंदाबांदी हुई। राजस्थान में बने नए वेदर सर्कुलेशन सिस्टम के चलते मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। रविवार को हाड़ौती में अच्छी बारिश हुई। बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी। सुबह से दोपहर तक चली रिमझिम के कारण लोग घरों में दुबके रहे। मंडियों में खुले में रखी जिंस भीग गई। खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन, धान की फसलें आड़ी पड़ गई। कई किसान अपनी फसलों को बचाने की जुगत में नजर आए।
कोटा शहर में सुबह आंख खुली तो रिमझिम बारिश का दौर जारी था। दोपहर डेढ़ बजे तक बारिश हुई। बारिश के चलते लोगों ने एक बार फिर रेनकोट व छाते निकाल लिए। इससे गुलाबी सर्दी का अहसास हुआ। उसके बाद बादल छाए रहे, लेकिन शाम के समय मौसम खुला और धूप खिली। कोटा शहर का अधिकतम तापमान 30.4 व न्यूनतम तापमान 2 डिग्री गिरकर 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक 4.4 एमएम तथा बीते 24 घंटे में 8.0 एमएम बारिश दर्ज की गई। कोटा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश हुई। रावतभाटा क्षेत्र में रात तीन बजे से बारिश होने से गुंजाली नदी उफान पर रही।
मंडी में मक्का भीगी
बूंदी शहर सहित जिले में बीते दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसानों की चिंता बढ़ी हुई है। रामगंजबालाजी िस्थत कुंवारती कृषि उपज मंडी में व्यापारियों की प्लेटफाॅर्म पर सुखाई गई मक्का भीग गई। व्यापारियों ने हम्मालों के साथ मक्का को समेटना शुरू किया। खेतों में किसानों की फसलें आड़ी पड़ गई।
खेतों में खराब हो गई फसलें
झालावाड़ जिले में पिछले तीन दिन से मौसम बदला हुआ था, लेकिन शनिवार रात हवा के साथ बारिश हुई। रात करीब 2 बजे शुरू हुआ तेज बारिश का दौर रविवार दोपहर तक चला। जिससे शहर में सड़कों व गलियों में पानी बह निकला। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश होने से खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन, मक्का, मूंग सहित अन्य खरीफ फसलों में नुकसान की आशंका है। जिले में तेज बारिश से कृषि उपज मंडी में बेचने के लिए लाई गई जिंसें भीग गई। फसलें खराब होने से किसानों में मायूसी छा गई। जिले में रटलाई, पनवाड़, सोजपुर सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की फसलों में नुकसान हुआ है।
बारां सहित जिले में अच्छी बारिश हुई। कवाई की कृषि उपज मंडी में अव्यवस्थाओं के चलते आगामी आदेश तक के लिए व्यापार संघ ने नीलामी बंद कर दी। रविवार सुबह अचानक हुई तेज बारिश से चारों तरफ अव्यवस्था हो गई है। मांगरोल में खुले में सड़कों, मैदानों में सुखाई सोयाबीन भीग गई। जलवाड़ा सहित क्षेत्र में शनिवार देर रात से ही कभी रिमझिम तो कभी मध्यम बारिश का दौर रविवार तक जारी रहा। इससे किसान काफी चिंतित हैं। पलायथा क्षेत्र में रविवार तड़के से ही जारी बेमौसम बरसात का क्रम दोपहर तीन बजे बाद बंद हुआ। इससे सोयाबीन और धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा।
कोटा शहर में सुबह आंख खुली तो रिमझिम बारिश का दौर जारी था। दोपहर डेढ़ बजे तक बारिश हुई। बारिश के चलते लोगों ने एक बार फिर रेनकोट व छाते निकाल लिए। इससे गुलाबी सर्दी का अहसास हुआ। उसके बाद बादल छाए रहे, लेकिन शाम के समय मौसम खुला और धूप खिली। कोटा शहर का अधिकतम तापमान 30.4 व न्यूनतम तापमान 2 डिग्री गिरकर 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह 8.30 से शाम 5.30 बजे तक 4.4 एमएम तथा बीते 24 घंटे में 8.0 एमएम बारिश दर्ज की गई। कोटा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बारिश हुई। रावतभाटा क्षेत्र में रात तीन बजे से बारिश होने से गुंजाली नदी उफान पर रही।
मंडी में मक्का भीगी
बूंदी शहर सहित जिले में बीते दो दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसानों की चिंता बढ़ी हुई है। रामगंजबालाजी िस्थत कुंवारती कृषि उपज मंडी में व्यापारियों की प्लेटफाॅर्म पर सुखाई गई मक्का भीग गई। व्यापारियों ने हम्मालों के साथ मक्का को समेटना शुरू किया। खेतों में किसानों की फसलें आड़ी पड़ गई।
खेतों में खराब हो गई फसलें
झालावाड़ जिले में पिछले तीन दिन से मौसम बदला हुआ था, लेकिन शनिवार रात हवा के साथ बारिश हुई। रात करीब 2 बजे शुरू हुआ तेज बारिश का दौर रविवार दोपहर तक चला। जिससे शहर में सड़कों व गलियों में पानी बह निकला। ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश होने से खेतों में कटी पड़ी सोयाबीन, मक्का, मूंग सहित अन्य खरीफ फसलों में नुकसान की आशंका है। जिले में तेज बारिश से कृषि उपज मंडी में बेचने के लिए लाई गई जिंसें भीग गई। फसलें खराब होने से किसानों में मायूसी छा गई। जिले में रटलाई, पनवाड़, सोजपुर सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की फसलों में नुकसान हुआ है।
बारां सहित जिले में अच्छी बारिश हुई। कवाई की कृषि उपज मंडी में अव्यवस्थाओं के चलते आगामी आदेश तक के लिए व्यापार संघ ने नीलामी बंद कर दी। रविवार सुबह अचानक हुई तेज बारिश से चारों तरफ अव्यवस्था हो गई है। मांगरोल में खुले में सड़कों, मैदानों में सुखाई सोयाबीन भीग गई। जलवाड़ा सहित क्षेत्र में शनिवार देर रात से ही कभी रिमझिम तो कभी मध्यम बारिश का दौर रविवार तक जारी रहा। इससे किसान काफी चिंतित हैं। पलायथा क्षेत्र में रविवार तड़के से ही जारी बेमौसम बरसात का क्रम दोपहर तीन बजे बाद बंद हुआ। इससे सोयाबीन और धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रहा।
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