राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के स्थानीय केंद्र के विद्यार्थियों ने लोकनाट्य प्रशिक्षण के तहत 'बिदेसिया' का मंचन किया। यह प्रस्तुति कबीरचौरा स्थित शाकुन्तल सभागार में हुई । भिखारी ठाकुर द्वारा रचित नाटक को देश के प्रसिद्ध रंग निर्देशक संजय उपाध्याय ने निर्देशित किया।
बिदेसिया के संगीत और अभिनय ने दर्शकों को प्रभावित किया। भिखारी ठाकुर ने इस शैली का उपयोग सामूहिक त्रासदी की कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए किया, जो औद्योगीकरण के कारण पुरुबियों के सामाजिक ताने-बाने के टूटने को दर्शाती है। नाटक ब्रिटिश उपनिवेशवाद के समय मजदूरों के पलायन की भी कहानी बयां करती है। अभिनय में शिवांगी त्रिपाठी, रिया कुमारी, वर्षा कुमारी, समीर शर्मा, मधुसूदन, साहिल कुमार, श्रेया अम्बष्ट, मानसी रावत, नदीतमा, अरुण कुमार आदि छात्रों ने दर्शकों को रोमांचित किया । एनएसडी वाराणसी के निदेशक प्रवीण कुमार गुंजन ने नाट्य निर्देशक और संगीत टीम को सम्मानित किया।
बिदेसिया के संगीत और अभिनय ने दर्शकों को प्रभावित किया। भिखारी ठाकुर ने इस शैली का उपयोग सामूहिक त्रासदी की कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए किया, जो औद्योगीकरण के कारण पुरुबियों के सामाजिक ताने-बाने के टूटने को दर्शाती है। नाटक ब्रिटिश उपनिवेशवाद के समय मजदूरों के पलायन की भी कहानी बयां करती है। अभिनय में शिवांगी त्रिपाठी, रिया कुमारी, वर्षा कुमारी, समीर शर्मा, मधुसूदन, साहिल कुमार, श्रेया अम्बष्ट, मानसी रावत, नदीतमा, अरुण कुमार आदि छात्रों ने दर्शकों को रोमांचित किया । एनएसडी वाराणसी के निदेशक प्रवीण कुमार गुंजन ने नाट्य निर्देशक और संगीत टीम को सम्मानित किया।
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