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Transcript
00:00छड़ना न चाहा छड़के निकल कर हमको तो जाना पड़ा
00:20इतनी लगन जन्नात से मेरी रो रो के दुश्य।
00:47देना न चाहा देखे बेटी को जहर पिलाना पड़ा
00:59इस जो सबसे प्यारी थी इसकी माने बचाना चाहा
01:10कश्मीर वतनक

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