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चेन्नई. चेन्नई में सोमवार रात से हो बारिश जारी है। रातभर हुई लगातार बारिश के चलते चेन्नई की जिला कलक्टर रश्मि सिद्धार्थ जगाडे ने मंगलवार को चेन्नई में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी। मंगलवार सुबह तक चेन्नई में 3.2 सेमी बारिश दर्ज की गई है। तैनाम्पेट, नुंगम्बाक्कम, मईलापुर, सईदापेट, गिण्डी, अन्ना रोड, नीलंगरै, कोयम्बेडु, एगमोर, ट्रिप्लीकेन, चेपॉक, कोडम्बाक्कम, रायपुरम, वेलचेरी, पेरुंगुडी, अडयार और चेन्नई के उपनगरों जैसे आवडी, अंबत्तूर, पूंदमल्ली, ताम्बरम, मदुरै, तिरवत्तीयूर समेत कई इलाकों में बारिश से मंगलवार सुबह लोगों को परेशानी हुई।

हम बारिश से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार
उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने मंगलवार को कहा राज्य सरकार बारिश से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। अक्टूबर में बारिश के प्रभाव के अध्ययन के आधार पर हमने मोटर पंप और स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ा दी है। तमिलनाडु सरकार बारिश से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। हमारे पास 1194 मोटर पंप, 152 सुपर सकर मशीनें हैं। अक्टूबर की तुलना में मोटर और मशीनों की उपयोगिता में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। महानगर में बाढ़ की कोई खबर नहीं है। चेन्नई में 22 सबवे में से 21 सबवे चालू हैं।
इन जिलों में येलॉ अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपेट और तिरुवल्लूर समेत कई जिलों में शुक्रवार तक 24 घंटे की अवधि में अलग-अलग स्थानों पर 6 से 12 सेमी के बीच भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने तमिलनाडु के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके लिए कई जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है जिसमें 13 नवम्बर को 17 जिलों में, 14 नवम्बर को 27 जिलों में और 15 नवम्बर को 25 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
जलाश्यों में भरा पानी
चेन्नई में मानसूनी बारिश 31 अक्टूबर तक दर्ज की गई 35 प्रतिशत से घटकर सोमवार तक केवल 1 प्रतिशत अधिक रह गई थी। 1 अक्टूबर से शुरू हुए पूर्वोत्तर मानसून के मौसमी आंकड़ों से पता चलता है कि तमिलनाडु में 247 मिमी बारिश हुई है, जो इस अवधि के लिए सामान्य 219 मिमी से 13 प्रतिशत अधिक है। चेम्बरम्बाक्कम सहित चेन्नई के पांच जलाशयों में वर्तमान में उनकी भंडारण क्षमता का केवल 42.8 प्रतिशत ही बचा है। भारी बारिश के बाद इन जलाश्यों में जलस्तर बढ़ जाएगा।
कोयम्बत्तूर में बारिश
कोयम्बत्तूर जिले में सबसे अधिक 410 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो मौसमी औसत से 102 प्रतिशत अधिक है। इस बीच, वराह नदी में जल स्तर बढ़ रहा है क्योंकि मुल्लापेरियार बांध से अतिरिक्त पानी छोटे जलाशयों में बह रहा है, जो अब पूरी क्षमता तक पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने लोगों को लगातार बारिश, उच्च जल स्तर और बाढ़ के जोखिम के कारण नदी के किनारों से बचने और कुंम्भकरै झरनों पर जाने से परहेज करने की सलाह दी है।
मडिपाक्कम में हुई सर्वाधिक बारिश

पिछले 24 घंटे में चेन्नई में सबसे ज़्यादा बारिश मडिपाक्कम में 66.6 मिमी दर्ज की गई, जबकि अन्य इलाकों में 15 से 64 मिमी बारिश हुई। चेन्नई के दक्षिणी इलाकों में काफी बारिश दर्ज की गई जिनमें आलंदूर में 51 मिमी, अडयार में 50 मिमी, उत्तांडी में 45 मिमी और पेरुंगुडी व मीनम्बाक्कम में 42 मिमी बारिश हुई।

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