"इस कहानी में एक अनोखी सीख छुपी है जो आपके जीवन को बदल सकती है! यह कहानी न केवल बच्चों के लिए बल्कि बड़ों के लिए भी एक प्रेरणा साबित होगी। अगर आपको नैतिक कहानियाँ (Moral Stories), प्रेरणादायक कहानियाँ (Inspirational Stories) और हिंदी लघु कथाएँ (Short Stories in Hindi) पसंद हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है। पूरी कहानी देखें और अपने विचार हमें कमेंट में बताएं!
🔹 वीडियो की खास बातें:
✅ सुंदर एनीमेशन और इमोशनल कहानी
✅ हर उम्र के लिए अनुकूल
✅ सीखने और समझने योग्य नैतिकता
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00:00शिल्पा मैं क्या करूँ तू तो जानती है हमारी गरीबी पर तेरी बहन है जो मानने को राजी नहीं कहां से खिलाओं मैं उसे मटन बिर्यानी कोई बात नहीं मा मटन की बिर्यानी ना सही आज हम बिर्यानी तो बिनाएंगे
00:15इतना बोल के शिल्पा को चावल उबालती है और बिर्यानी बनाने का सारा समान लाती है
00:20और दोनों मा बेटी मिलकर बिर्यानी बनाती है
00:22शाम को जब शिल्पा के पिता घर आते हैं
00:25ये लो मा अब तो पापा भी आ गए घर में
00:28अब तो खाने के लिए हम बैठ सकते हैं न
00:30वैसे आज क्या बना है घर में
00:34जो सब मेरा इंतजार कर रहे थे
00:36पापा अज घर में बिर्यानी बनी है
00:39क्या बिर्यानी आज तो मज़ा जाएगा
00:41चलिए अब जल्दी से सब बैठ कर खाना खाते हैं
00:43बिर्यानी का नाम सुनकर पूजा बहुत खुश होती है और जब पूरा परिवार खाने के लिए बैठता है तो पूजा देखती है कि उसकी माँ और बहन ने मिलकर कटहल की बिर्यानी बनाई है
00:53ये क्या खिला रही हो बिर्यानी चिकन की होती है मटन की होती है न की कटहल की मैं ऐसे घर में पैदा ही क्यों होई जो गरीब परिवार मुझे एक मटन बिर्यानी नहीं खिला सकता मुझे नहीं खानी आपकी कटहल की बिर्यानी यहां तो मैं अब गरीबी की वज़े से ऐसा ख
01:23और दोनों बेटियों की शादी एक साथ हो जाती है। जहां पूजा को अमीर ससराल मिलता है तो वहीं शिल्पा मिडल क्लास फैमिली में जाती है।
01:53समान मंगवा लेती हैं और बड़े ही प्यार से पूजा अपनी पहली रसोई में सभी के लिए मटन बिर्यानी बनाती है।
02:23ससराल पास में ही था उसने भी अपने घर में साधारण खाना बनाया था।
02:28जो भी कहो कितनी ही महेंगी चीज खालो पर जुस्वाद साधारण शुद्दशा काहारी खाने में होता है वो किसी में भी नहीं।
02:36हाँ भाबी आपकी तो ये हलवा पूरी भी बहुत लाजवाब बनी है।
02:41इस तरह दोनों ही बहने अपने अपने सस्राल में अपनी पहली रसोई करती हैं और उन दोनों की ही सास उन्हें उनकी पहली रसोई का इनाम भी देती हैं।
02:50इसी तरह दो दिन बीच जाते हैं और उनके पक फेरे की रसम पास आ जाती है और शिलपा अपनी बेहन को फोन करती है
02:56पूजा मैं तो तैयार होगी शादी के बाद हम दोनों बेहन तीन दिन के लिए फिर से मा के घर पर रहेंगे और मा के हाथों का बना खाया खाएंगे
03:05दिदी तुम्हें खाना है मा के हाथों का खाना तुम खाऊ मुझे नहीं खाना इतनी मुश्किल से मुझे इतना अच्छा सा सुराल मिला है और यहाँ पर सभी को मेरे आथों का मुटन चिकन बिर्यानी बहुत पसंद है से लिए मुझे नहीं जाना
03:16इतना बोलकर पूजा फोन रख देती है और तबी वहां दिवाकर आता है
03:21चलो पूजा बगफेरे के लिए लेट हो रहा होगा तुम्हें
03:25दिवाकर में तब यत कुछ ठीक नहीं लग रही है इसलिए रहने दो मैं फिर कभी चली जाओंगी
03:30पर रसम?
03:31रसम तो पूरी करनी है जब तब यह ठीक होगी तो चली जाओंगी पाश मिनट के लिए
03:37मुझे नहीं जाना उस गरीब घर में वहाँ वही दाल चावल खिटड़ी मिलेगी खाने को
03:43इत्ती मुश्कल से गरीब माई के से पीछा चूटा है मैं कोई पागल नहीं हूँ जो वहाँ फिर से जाओं
03:49इस तरह पूजा अपने बग फेरे के लिए नहीं जाती पर शिल्पा अपने पती के साथ अपने माई के जाती है
03:54आ गई मेरी बेटी कबसे मैं तेरा ही इंतिजार कर रही थी दामाजी बैठिये मैं आपके लिए पूरी सबजी लगा देती हूँ
04:01इतना बोलकर रतुल वहाँ से चला जाता है और सुमित्रा बड़े ही प्यार से अपनी बेठी को खाना देती है और उससे कुछ बाते करती है
04:17इतनी देर हो गई पूजा नहीं आई माव वो आ नहीं पाएगी उसकी तब्यत ठीक नहीं है
04:23सुमित्रा को बुरा ना लगे इसलिए शिल्पा जूट बोल देती है इसी तरह तीन दिन बीट जाते हैं और तीन दिन बाद शिल्पा अपने सस्राल वापस जाती है
04:32जहां सभी बड़े ही प्यार से उसका स्वागत करते हैं और उस दिन उससे घर का कोई काम नहीं करवाते
04:38तो वहीं पूजा के हाथों की बिर्यानी उसके सस्राल वालों की इतनी पसंद आती है कि अब वो रोज रोज उससे बिर्यानी ही बनवाते है
04:46आप सब की आज हैदराबादी चिकन बिर्यानी थियार हो गई
04:51तुमने बनाई है तो अच्छी ही होगी
04:54आज मैंने कुछ नया ट्राइ कराए काम करती हूँ
04:57अपनी बहन को भी फोन करके दिखाती हूँ
05:00अब पूजा रसुई में जाकर शिल्पा को वीडियो कॉल करती है और उसे बिर्यानी देखाते हुए कहती है
05:05ये देखो दीदी आज मैंने हैदराबादी स्टाइल चिकन बिर्यानी बनाई है तुम कहो तो तुमारे घर ले आओ
05:11पूजा बिर्यानी खानी कौन सी बड़ी बात है हम लोग भी खा सकते है पर मेरे घर में लोगों को नौन विच से जादा वेच पसंद है और हमें जो मिल रहा है खाने को मुसी में खुश है इसलिए तुम अपनी बिर्यानी खुद ही इंजोई करो वैसे भी हम सबने खाना �
05:41आँ बेहन शिल्पा बता रही थी कि पूजा की तब्या ठीक नहीं है और वो पक फेरे के लिए भी नहीं आ पाई तो मैंने सोचा कि क्यो ना अपनी बेटी से मिलने मैं ही आ जाओ आँटी अगर आप आ ही गई है तो आप भाबी के आदोगी बिर्यानी खा कर ही जाना
05:55नहीं नहीं बेटी बेटी के घर का पानी भी नहीं पिया जाता तो हम बिर्यानी कैसे खा सकते हैं
06:02सुमित्रा सुस्राल वालों से बात करके अपनी बेटी से मिलने रसुई में जाती है जहां वो अपनी बेटी की खुशी देख सोचती है
06:08शादी से पहले कैसे मेरी बेटी बिर्यानी के लिए परिशान रहती थी
06:12खाना नहीं खाती थी और यहां कितनी खुश है भगवान करें इसकी खुशी ऐसे ही रहे
06:18इस तरह सुमित्रा किचिन में ही अपनी बेटी से मिलकर उसे धेर सारी बाते करती है
06:23और फिर कुश देर बाद अपने घर चली जाती है और कुश दिनों बाद एक बार फिर पूजा मसाले वाली मतन बिर्यानी बनाती है
06:29क्योंकि उस दिन उससे ज़्यादा बिर्यानी बनाई होती है इसलिए वो खुद से कहती है
06:34इतना बोलकर पूजा एक डिब्बे में बिर्यानी पैक कर लेती है और अपनी बेहन के घर जाती है
06:49इस तरह पूजा अपनी मा के लिए बिर्यानी लेकर अपने माई के जाती है
07:02जहां बड़े ही चाओ से सुमित्रा अपने पती के साथ बिर्यानी खा रही होती है तब ही वहां उसकी एक पड़ोसन आती है
07:08अब कुछ दिर बाद पूजा और शिल्पा साथ में अपने सस्राल जाते हैं और ठकान होने की वज़ा से आज पूजा साधार अर तोरे की सबजी बनाती है
07:27जिसे देख सभी का मूँ बन जाता है अरे भाब भी क्या बना दिया आज खाने में रहने दो मुझे तो आप दिन वाली बिर्यानी ही दे दो हाँ बहो मुझे भी बिर्यानी दे दे उसी से पेट भर लूगी
07:38अपने घरवालों का ऐसा बरताओ देख पूजा को इस दिन बहुत बुरा लगता है और घरवाले सबजी न खाकर दिन वाली बिर्यानी खाकर सो जाते हैं इसी तरह कुछ दिन बीत जाते हैं और एक दिन तब्यत ठीक न होने की वज़ा से पूजा काफी परिशान होती है औ
08:08तो परिशान हो चुकी हो बिर्यानी बना कर अच्छा मैं रखती हूँ बिर्यानी बनाने में भी तो समय लगता है इतना बोल कर पूजा फोन रख देती है और रसोई में जाकर बिर्यानी बनाने लगती है क्या पूजा पहले तो तुम इतनी अच्छी बिर्यानी बनाती थी
08:38लगती है और इस बार का हिसाब देख आशा अपनी बहु से कहती है बहु जब से तुने बिर्यानी बनाना शुरू किया तब से इस घर में कभी मटन तो कभी चिकन बिर्यानी बन रही है बताओ पहले मैं 30,000 में पूरा घर चला लेती थी और इस बार 2,000,000 रुपए की हमने सि
09:08अरे वा आज तो मेरी बहन बहुत कुछ नजर आ रही है कल रात को तो तु बड़ी उदास थी अब पूजा अपनी बहन को सारी बात बताती है जिसके बाद शिल्पा उससे कहती है अच्छी बात है कि तेरी सारी परिशानी खुद्म हो गई और अब तुझे समझ आ गया ना