Students not going to school due to fear of dogs in Farrukhabad
फर्रुखाबाद। यूपी में फर्रुखाबाद के विकास खंड कमालगंज का ग्राम रतनपुर निवासी श्रीनिवास की 12 वर्षीय पुत्री प्रिया बीते 24 अप्रैल के दिन घर से खेतों की तरफ जा रही थी। तभी उसे आवारा कुत्तों ने काटकर लहूलुहान कर दिया था। एंटी रेबीज ना मिलने से उसकी दर्दनाक मौत हो गयी थी। वहीं तकरीबन एक दर्जन ग्रामीणों को भी खूनी कुत्तों ने काट दिया था। खबर चलने के बाद हरकत में आये प्रशासन ने सभी मरीजों के एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवा दिया था।
इसके बाद भी खतरा अभी टला नहीं। गांव में दहशत का माहौल है। हालत यह है कि बच्चों ने कुत्तों के भय से विद्यालय जाना कम कर दिया है। प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर जगदीश नारायण अवस्थी ने बताया कि जब से प्रिया के साथ गांव के कुत्तों ने हमलाकर उसे मौत के घाट उतारा है तब से नौनिहालों में दहशत है। विद्यालय में लगातार छात्रों की संख्या घटती जा रही है।
छुट्टी के दौरान हाथ में लाठी लेकर अपने बच्चों को विद्यालय से लेने आये सतीश कुमार, कल्लू व योगेन्द्र सिंह ने बताया कि आदमखोर कुत्तों का भय गांव में लगातार बना है जिससे वह लोग खुद ही लाठी लेकर अपने नौनिहालों को लेकर आते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द आवारा कुत्तों को पकड़कर प्रशासन ग्रामीणों को दहशत से मुक्त करे।
फर्रुखाबाद। यूपी में फर्रुखाबाद के विकास खंड कमालगंज का ग्राम रतनपुर निवासी श्रीनिवास की 12 वर्षीय पुत्री प्रिया बीते 24 अप्रैल के दिन घर से खेतों की तरफ जा रही थी। तभी उसे आवारा कुत्तों ने काटकर लहूलुहान कर दिया था। एंटी रेबीज ना मिलने से उसकी दर्दनाक मौत हो गयी थी। वहीं तकरीबन एक दर्जन ग्रामीणों को भी खूनी कुत्तों ने काट दिया था। खबर चलने के बाद हरकत में आये प्रशासन ने सभी मरीजों के एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवा दिया था।
इसके बाद भी खतरा अभी टला नहीं। गांव में दहशत का माहौल है। हालत यह है कि बच्चों ने कुत्तों के भय से विद्यालय जाना कम कर दिया है। प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर जगदीश नारायण अवस्थी ने बताया कि जब से प्रिया के साथ गांव के कुत्तों ने हमलाकर उसे मौत के घाट उतारा है तब से नौनिहालों में दहशत है। विद्यालय में लगातार छात्रों की संख्या घटती जा रही है।
छुट्टी के दौरान हाथ में लाठी लेकर अपने बच्चों को विद्यालय से लेने आये सतीश कुमार, कल्लू व योगेन्द्र सिंह ने बताया कि आदमखोर कुत्तों का भय गांव में लगातार बना है जिससे वह लोग खुद ही लाठी लेकर अपने नौनिहालों को लेकर आते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द आवारा कुत्तों को पकड़कर प्रशासन ग्रामीणों को दहशत से मुक्त करे।
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